55 इंजिनियर रेजिमेंट (बंगाल इंजिनियर रेजिमेंट) रुड़की ग्रुप के पूर्व सैनिकों,वीर नारियों और उनके परिवारों ने स्थान पब्लिक क्यू दून ( बंसल प्लाजा) में रेजिमेंट का 60 वां स्थापना दिवस हर्षोल्लास और जोशो खरौश से मनाया। इस अवसर पर नव बर्ष की बधाइयां देते हुए सभी ने आपस में नयी पुरानी यादें साझा की। कार्य क्रम प्रारंभ होने से पूर्व शहीदों की याद में दो मिनट का मौन धारण करके श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस कार्य क्रम में मुख्य अतिथि कैप्टन (से नि) के बी गुरुंग उम्र 75 बर्ष थे। तत्पश्चात रेजिमेंट के इतिहास की संक्षिप्त जानकारी दी गई कि यह रेजिमेंट 2 जनवरी 1965 को न्यू राइज्ड की गई। जो तबसे लगातार युद्ध और विशेष अभियानो में भाग ले रही है। यह रेजिमेंट विदेश सेवा में भी भाग ले चुकी है।इसके प्रशंसनीय कामों से रेजिमेंट को विदेश सेवा पदक से भी नवाजा गया।
रेजिमेंट के रणबांकुरों ने सी ओ ए एस 57, जी ओ सी इन सी 127, शौर्य चक्र 1, सेना मेडल 10, विशिष्ट सेवा मेडल 7, मेनसेन डिस्पेच 6 अपने नाम किए। इस रेजिमेंट का उद्देश्य युद्ध काल में दुश्मन के इलाके में बारुदी सुरंगें बिछाना, पैदल सेना के लिए दुश्मन के इलाके में नदी पार करने के लिए पुल बनाना, देश की आखिरी सीमा तक सड़कों को बनाने में मदद करना आदि आदि कार्य हैं। साथ शांति काल में यदि कहीं कोई प्राकृतिक आपदा आई हो उसमें मदद करना भी है। अभी कुपवाड़ा जम्बू कश्मीर में इस रेजिमेंट सीमा पर तार बाढ़ आदि लगाकर अपनी अहम भूमिका निभाई। अन्त में मुख्य अतिथि महोदय ने सभी को नव वर्ष की शुभकामनाएं देते हुए सबका धन्यवाद किया।इस कार्य क्रम में बहुत ही उम्दा दर्जे का सांस्कृतिक कार्यक्रम भी किया गया। इस स्थापना दिवस के आयोजन में कैप्टन (से नि) विजय सिंह रावत, कैप्टन गजपाल सिंह , कैप्टन सुरेश चन्द्र, सुबेदार हेड क्लर्क राजेश चौहान , हवलदार हरी सिंह कन्याल सभी उपस्थित थे। महोदय यह वीर गाथा वाली विज्ञप्ति सभी के जानकारी हेतु अपने अपने समाचार पत्रों में प्रकाशित करने की कृपा करें।