खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग की अपर सचिव रुचि मोहन रयाल ने उपभोक्ताओं का विश्वास बनाए रखने को एक बड़ी जिम्मेदारी बताया है। भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा आयोजित न्यू लाइसेंसी अवेयरनेस मीट में मुख्य अतिथि के तौर पर बोलते हुए अपर सचिव ने कहा कि जो भी संस्थान बीआइएस का लाइसेंस ले रही हैं, उनके पास गुणवत्ता बनाए रखने की एक बड़ी जिम्मेदारी है। उन्होंने मानकों को प्रत्येक व्यक्ति के जीवन की नींव बताया। उन्होंने कहा कि देश में लगातार नए मानक बनाए जा रहे हैं और यह विकास की यात्रा सबसे महत्वपूर्ण होती है, जिसमें मानक तैयार किए जाते हैं। उन्होंने सभी नए लाइसेंसी संस्थानों को अपनी शुभकामनाएं दी।
हरिद्वार बाईपास स्थित एक होटल में आयोजित इस कार्यक्रम में भारतीय मानक ब्यूरो देहरादून शाखा के निदेशक व प्रमुख सौरभ तिवारी ने कहा की यह एक संयुक्त प्रयास है, जिसमें गुणवत्ता से कभी भी समझौता नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि नए लाइसेंसी अब बीआइएस परिवार का हिस्सा बन गए हैं और यदि उन्हें लगता है कि किसी विषय पर मानक तैयार नहीं है तो इसका प्रस्ताव भी भारतीय मानक ब्यूरो को भेजा जा सकता है। सौरभ तिवारी ने विभिन्न लाइसेंस, टर्म्स एंड कंडीशंस, रेगुलेशन आदि पर विस्तार से जानकारी दी।
इस अवसर पर संयुक्त निदेशक श्याम कुमार ने क्वालिटी कंट्रोल ऑर्डर के विषय में नए लाइसेंसी संस्थानों को बताया तथा बीआइएस एक्ट 2016 से जुड़ी जानकारियां साझा की। कार्यक्रम का संचालन उपनिदेशक सौरभ चौरसिया ने किया।
इस दौरान नए लाइसेंसी संस्थानों से चर्चा की गई तथा उनके सुझाव लिए गए। मुख्य अतिथि द्वारा उन्हें नए लाइसेंस भी प्रदान किए गए