सीएसआईआर – भारतीय पेट्रोलियम संस्थान (CSIR-IIP), देहरादून ने दिनांक 30 अक्टूबर, 2024 को भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (IISF) 2024 के उद्घाटन कार्यक्रम की मेजबानी की। इस कार्यक्रम में प्रो. हेमवती नंदन पांडे, प्रोफेसर, गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर तथा सचिव, विज्ञान भारती (विभा), उत्तराखंड एवं डॉ रवींद्र सिंह बिष्ट, दून मेडिकल कॉलेज के साथ एम्स ऋषिकेश, डीआईटी विश्वविद्यालय, वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी, उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान केंद्र (यूसर्क), विज्ञान भारती – शक्ति के वरिष्ठ सहयोगी भी उपस्थित थे।
इस उद्घाटन कार्यक्रम में आईआईएसएफ 2024 का एक व्यावहारिक पूर्वावलोकन प्रदर्शित किया गया, जो “भारत को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचालित वैश्विक विनिर्माण केंद्र में रूपांतरित करने” पर केंद्रित होगा। इस उद्घाटन कार्यक्रम में आईआईएसएफ 2024 के दौरान नियोजित 25 विषय-विशिष्ट कार्यक्रमों पर प्रकाश डाला गया।
यह उल्लेखनीय है कि इस वर्ष वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) को इस महासम्मेलन के समन्वय की ज़िम्मेदारी दी गई है। डॉ. हरेंद्र सिंह बिष्ट, निदेशक, सीएसआईआर-भारतीय पेट्रोलियम संस्थान ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (आईआईएसएफ 2024) हमारी वैज्ञानिक क्षमताओं को प्रदर्शित करने तथा नवाचार की संस्कृति को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने भारत के विकास और वैश्विक प्रतिस्पर्धा हेतु विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की महत्वपूर्ण भूमिका पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने आईआईएसएफ 2024 के पूर्वावलोकन पर एक संक्षिप्त प्रस्तुति भी दी।
उन्होंने आईआईएसएफ 2024 के पूर्वावलोकन पर एक संक्षिप्त प्रस्तुति भी दी। साथ ही, उन्होंने उपस्थित सभी संगठनों से आईआईएसएफ-2024 में उनकी अधिकाधिक भागीदारी सुनिश्चित करने का अनुरोध किया। कार्यक्रम के दौरान, प्रोफेसर हेमवती नंदन पांडे ने आईआईएसएफ 2024 के आयोजन में विज्ञान भारती (विभा) की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने वैज्ञानिक अभिरुचि को बढ़ावा देने, नवाचार को प्रेरित करने एवं विभिन्न वैज्ञानिक समुदायों तथा संस्थानों के साथ व्यापक सहयोग सुनिश्चित करने में विभा के प्रयासों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि आईआईएसएफ 2024 के लिए पंजीकरण अब खुला है और सभी को इस महासम्मेलन में भाग लेना चाहिए।
उद्घाटन कार्यक्रम के आगामी चरण के रूप में सीएसआईआर-आईआईपी द्वारा दिनांक 8 नवंबर, 2024 को जिज्ञासा 2.0 कार्यक्रम के तहत रोड शो का आयोजन किया, जिसमें संत कबीर अकादमी के छात्रों (कक्षा XI-XII) ने अपने प्राध्यापकों के साथ भाग लिया। छात्रों ने ‘अपशिष्ट प्लास्टिक से डीज़ल निर्माण संयंत्र’ का दौरा भी किया। डॉ. अजय कुमार ने इसमें शामिल विभिन्न प्रक्रम के बारे में बताया और उनके वॉक-थ्रू का समन्वय किया। छात्रों ने एक रोड शो में भी भाग लिया, जिसमें आईआईएसएफ 2024 के विभिन्न विषय – क्षेत्रों को प्रदर्शित किया गया। डॉ. लवराज कुमार सभागार में आयोजित मुख्य सत्र में मुख्य वैज्ञानिक डॉ. एस. के. गांगुली ने माननीय अतिथियों प्रोफेसर केडी पुरोहित, अध्यक्ष, विभा उत्तराखंड और डॉ. ओपी नौटियाल, वैज्ञानिक यूएसईआरसी का स्वागत किया.
उन्होने अपनी प्रारंभिक टिप्पणी में प्रतिभागियों का स्वागत किया और IISF2024 और इसकी सामाजिक प्रासंगिकता का अवलोकन किया। बाद के सत्रों में, प्रोफेसर केडी पुरोहित ने विभा (यूके) के इतिहास, इसकी विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी और छात्रों को इसकी गतिविधियों के साथ सक्रिय रूप से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित किया। डॉ. ओपी नौटियाल ने ‘जिज्ञासा प्रेरित शिक्षा’ की आवश्यकता पर बल दिया। आईआईपी के कई वैज्ञानिकों ने विभिन्न समकालीन वैज्ञानिक विषयों में चुनौतियों और आईआईपी में इस सम्बंधी किए जा रहे अनुसंधान कार्यों पर अपनी प्रस्तुतियां दीं। इस कार्यक्रम का समन्वय आईआईपी के विज्ञान संचार एवं प्रसार निदेशालय द्वारा किया गया.