मानवाधिकारों के प्रति समाज में संवेदनशीलता एवम यातायात सुरक्षा के प्रयास हेतु कार्यशाला

मसूरी रोड स्थित पुरुकुल हेरिटेज ग्रीन में पूर्व न्यायाधीश उत्तराखंड हाई कोर्ट ,वाइस प्रेसिडेंट, ऑल इंडिया सुप्रीम कोर्ट एंड हाई कोर्ट रिटायर्ड जजेज् एसोसिएशन, नई दिल्ली जस्टिस राजेश टंडन जी द्वारा मानवाधिकार पर कार्यशाला आयोजित की गई इस अवसर पर मानव अधिकारों के संरक्षण एवं मानवाधिकारों के प्रति समाज में संवेदनशीलता के प्रयास हेतु गहन विचार विमर्श किया गया इससे पूर्व राजेश टंडन द्वारा ट्रैफिक व्यवस्था में योगदान दे रहे पुलिस कर्मियों को सम्मानित भी किया गया.

मानव अधिकार संरक्षण केंद्र उत्तराखंड द्वारा आयोजित की गई कार्यक्रम में अध्यक्षता जस्टिस राजेश टंडन मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति विजय कुमार बिष्ट (अध्यक्ष उत्तराखंड मानवाधिकार आयोग) श्री मुख्तार मोहसिन(आई.पी.एस.
पुलिस महानिरिक्षक, यातायात उत्तराखंड, देहरादून)

अति विशिष्ट अतिथि
श्री मुकेश ठाकुर,( पी.पी.एस. पुलिस अधीक्षक, यातायात,) देहरादून जी रहे.
श्री राम सिंह मीणा (सदस्य मानवाधिकार आयोग)
इन सबके साथ हमें यह भी नहीं भूलना चाहिये कि, अगर कोई कार्य हमारे स्वास्थ्य एवं कल्याण के साथ दूसरों के लिये भी नुकसानदेह है तो उसे अधिकार नहीं माना जा सकता है। केवल मानवाधिकार आयोग द्वारा शिकायतों का निवारण करने से ही मानव अधिकारों का संरक्षण नहीं हो पायेगा; लोगों को भी अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहना होगा।

साथ ही, यह भी ध्यान रखना बहुत ज़रूरी है कि आपको अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहते हुए दूसरों के अधिकारों का सम्मान भी करना है। अर्थात जो आज़ादी, समानता, प्रतिष्ठा, शांति आप अपने लिये चाहते हैं, वह दूसरों को भी दें। तब जाकर हम सब अपने मानवाधिकारों का विकास और संरक्षण कर पाएँगे।

इस अवसर पर डॉ बी के एस संजय ,डॉ कुवर् राज अस्थाना,( राष्ट्रीय महासचिव मानव अधिकार संरक्षण केंद्र ) सचिन जैन (राष्ट्रीय अध्यक्ष, मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय संगठन)मधु जैन (प्रदेश अध्यक्ष )

एडवोकेट विवेक सिंह , रघु वशिष्ठ अदिति शर्मा जैस्मिन होरा, वैष्णवी तिवारी (सुप्रीम कोर्ट ऑफ़ इंडिया) अकबर सिद्दीकी (अध्यक्ष देहरादून चैप्टर) अधिवक्ता हर्ष निधि शर्मा हेमा मारा जितेंद्र मारा सुनील अग्रवाल आदि लोग मौजूद रहे.

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