उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष एवं क्षेत्रीय विधायक ऋतु खण्डूडी भूषण ने शिक्षक दिवस के अवसर पर कोटद्वार के नगर निगम सभागार में वीर चंद्र सिंह गढ़वाली उत्थान समिति द्वारा शिक्षक दिवस पर आयोजित “शिक्षक सम्मान समारोह “में बतौर मुख्य अतिथि भाग लिया। इस कार्यक्रम में उन्होंने शिक्षकों को सम्मानित किया।
समारोह के दौरान, विधानसभा अध्यक्ष ने शिक्षक समुदाय की मेहनत और समर्पण की सराहना की। उन्होंने कहा, “शिक्षक समाज के स्तंभ होते हैं। आपके द्वारा किए गए कठिन परिश्रम और समर्पण से ही बच्चों का भविष्य उज्जवल होता है। आप न केवल ज्ञान का दीप जलाते हैं, बल्कि समाज को दिशा और प्रेरणा भी प्रदान करते हैं।
आज हम शिक्षक दिवस पर आपके योगदान को सम्मानित करने के लिए एकत्रित हुए हैं।”उन्होंने शिक्षकों से आग्रह किया कि वे हमेशा अपने कार्य में उत्कृष्टता बनाए रखें और शिक्षा के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझें। “शिक्षा के क्षेत्र में आपके द्वारा किए गए प्रयासों का समाज पर गहरा प्रभाव पड़ता है। आप बच्चों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाते हैं और उन्हें जीवन की सही दिशा दिखाते हैं। आपकी भूमिका अमूल्य है और समाज आपके योगदान को हमेशा याद रखेगा ।
विधानसभा अध्यक्ष ने यह भी कहा कि शिक्षकों की मेहनत और उनके द्वारा किए गए कार्यों की सराहना केवल एक दिन नहीं, बल्कि हर दिन करनी चाहिए। “आपकी मेहनत और समर्पण का मूल्यांकन समय के साथ होता है, और हम आपके योगदान की सदैव प्रशंसा करते रहेंगे ।
उद्बोधन में, ऋतु खण्डूडी भूषण ने वीर चंद्र सिंह गढ़वाली को भी नमन किया। उन्होंने कहा की पेशावर कांड के नायक वीर चंद्र सिंह गढ़वाली सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल थे उनके द्वारा स्वतंत्रता आंदोलन में दिया गया योगदान अविस्मरणीय है, देशभक्ति से ओत-प्रोत उनका जीवन हमें सदैव राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित करता रहेगा।
समारोह में, विभिन्न शिक्षकों को उनके उत्कृष्ट कार्य और शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया। विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें प्रेरित किया कि वे अपनी जिम्मेदारियों को पूरी तत्परता और समर्पण के साथ निभाते रहें और समाज के उज्जवल भविष्य के लिए कार्य करते रहें।
इस अवसर पर, विधानसभा अध्यक्ष ने वीर चंद्र सिंह गढ़वाली उत्थान समिति के कार्यों की सराहना की और उनके द्वारा आयोजित इस सम्मान समारोह के लिए आभार व्यक्त किया। समारोह का आयोजन शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका को स्मरण करने और उनके प्रति सम्मान प्रकट करने का एक महत्वपूर्ण दिन है ।
इस दौरान शैलेंद्र सिंह बिष्ट गढ़वाली, पंकज भाटिया, हरि सिंह पुंडीर, अनीता आर्य, उमेश त्रिपाठी, नीरू बाला खंतवाल, कमल नेगी, रजत भट्ट, सुनील रावत, सोनिया असवाल, मानेसवारी बिष्ट, मीनू डोबरियाल, गायत्री भट्ट, उर्मिला कंडारी, रानी नेगी, पूनम खंतवाल, अनिरुद्ध ध्यानी, महेश जुगरान, संजीव थपलियाल, कैप्टन धसमान, श्रीमती पिंकी खंतवाल, श्री विजय रावत, राजेंद्र जाजेडी आदि उपस्थित रहे।