राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के केशव नगर के अंतर्गत वीर सावरकर बाल संस्कार केन्द्र, के तत्वावधान में मानस मंदिर के प्रांगण में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के शुभअवसर पर बाल संस्कार केन्द्र के बालक, बालिकाओं ने बहुत ही सुन्दर नृत्य, गीत प्रस्तुत किये.
कार्यक्रम का शुभारम्भ – नगर के संघचालक मा. दलबीर सिंह, नगर कार्यवाह- मयंक खंड़ूडी, शारीरिक प्रमुख- संजय थापा, सेवा प्रमुख-स्वामी एस. चन्द्रा, नगर व्यवस्था प्रमुख- विनोद ड़ालियान, नगर सह शारीरिक प्रमुख-प्रदीप गुप्ता, रोशन राणा, विजय धूसिया, विश्वमित्र सैनी, गोविन्द गुसाई, आशीष सैनी द्वारा संयुक्त रुप से दीपप्रज्वलित कर किया गया. सर्वप्रथम कु. प्रीती ने दीपस्तुति सुनाई, बच्चों ने सामुहिक रुप से गायत्री मंत्र, कु. निशा ने श्रीकृष्ण पर आधारित कहानी सुनाई तत्पश्चात प्रीति, अनन्या, अनुष्का, दिव्या ने मैय्या यशोदा ये तेरा कन्हैया..गीत पर नृत्य किया, राज, अमन, श्रीयांश ने प्रात: स्मरण श्लोक: सुनाया, उसके बाद अंश द्वारा कृष्ण जी के भजन पर नृत्य प्रस्तुत किया, तत्पश्चात अनन्या, दिव्या, अनुष्का, आस्था (राधा), अमन, श्रीयांश, राज, आयांश (कृष्ण) ने भगवान श्री कृष्ण एवं राधा जी पर सुंदर नृत्य की प्रस्तुति दी, बालिकाओं ने सामुहिक भोजन मंत्र सुनाया, भगिनी निवेदिता सिलाई केन्द्र की कु. प्रियंका एवं कु. काजल ने राधा कृष्ण की भूमिका में राधा कैसे न जले… गीत पर सुन्दर नृत्य प्रस्तुत किया, एक सामुहिक गीत के पश्चात् बाल संस्कार केन्द्र की शिक्षिका- सुनीता कुमारी ने सुन्दर नृत्य प्रस्तुत किया, बाल संस्कार केन्द्र के बच्चों ने सामुहिक कल्याण मंत्र किया,
कार्यक्रम में नगर संघचालक दलबीर सिंह ने केन्द्र द्वारा बच्चों को बहुत सुंदर तरीके से मंत्र सिखाने और बच्चों को संस्कारित करने के लिये बधाई देते हुये शुभ कामनायें दी, नगर कार्यवाह मयंक खन्दूडी ने बच्चों को श्रीकृष्ण जी के जीवन पर उत्साहवर्धक कहानी सुनाई तथा सेवा प्रमुख द्वारा कार्य की प्रशंसा की, बच्चों की माताओं ने भी कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए केन्द्र की गतिविधियों की प्रशंसा की, सेवा प्रमुख- स्वामी एस. चन्द्रा ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए बताया कि सिलाई केन्द्र में जन मानस हेतु मात्र 10 ₹ में कपड़े थैले तैयार कर वितरन किये जा रहे हैं, कोई भी अपने वस्त्र सिलवा सकता है, सभी का आभार व्यक्त किया तथा भविष्य में और भी सुन्दर कार्यक्रम करने के लिए सभी का सहयोग हेतु अनुरोध किया,
कार्यक्रम सम्पन्न से पूर्व समस्त अतिथियों द्वारा सभी बच्चों को पुरुष्कृत किया गया, अंत में सभी को मिष्ठान एवं फल वितरण किये, कार्यक्रम में बच्चों के काफी संख्या में मातायें उपस्थित रही तथा कार्यक्रम का पूरा आनंद लिया, सभी ने एक दूसरे को शुभकामनायें दी.