सैनिक कल्याण मंत्री गणेश ने डोईवाला पहुंचकर हिमाचल के लाहौल स्पीति में भारत-चीन सीमा पर पेट्रोलिंग के दौरान वीरगति को प्राप्त हुए देहरादून निवासी आईटीबीपी के निरीक्षक शहीद चंद्र मोहन सिंह नेगी को पुष्पचक्र अर्पित कर अपनी और प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ओर से श्रद्धांजलि दी। सैनिक कल्याण मंत्री ने परिवारजनों से मुलाकात कर उन्हे ढांढस बंधाया। सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि हम शहीद को वापस नहीं ला सकते लेकिन शहीद की वीरता का बखान करना और उनको यादों की जिंदा रखने का कार्य पुष्कर सिंह धामी सरकार बखूबी से अपनी जिम्मेदारी निभा रही है। उन्होंने कहा कि दुःख की इस घड़ी में राज्य सरकार परिवार जनों के साथ खड़ी है।
सैनिक कल्याण मंत्री ने मुख्यमंत्री द्वारा शौर्य दिवस के अवसर पर अमर शहीदों के परिजनों को मिलने वाली राशि को ₹10 लाख से बढ़ाकर ₹50 लाख करने तथा शहीदों के परिजन को सरकारी नौकरी के लिए आवेदन करने लिए पांच वर्ष तक करने साथ ही उन्हें जिलाधिकारी कार्यालय के अतिरिक्त अन्य विभागों में भी नियुक्ति प्रदान करने और सैनिक कल्याण विभाग में कार्यरत संविदा कर्मियों को उपनल कर्मियों के समतुल्य अवकाश दिये जाने की घोषणा पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार भीं प्रकट किया।
ताते चले कि चंद्रमोहन सिंह नेगी भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल में चौबीस सितंबर 1987 में कांस्टेबल (जीडी) के पद पर भर्ती हुए थे। वर्तमान में वे निरीक्षक (जीडी) के पद पर कार्यरत थे। चंद्रमोहन सिंह नेगी (55) 17 बटालियन आईटीबीपी में तैनात थे। जो इन दिनों हिमाचल प्रदेश के रिकांग पियो में स्पीति घाटी लाहौल में भारत पोस्ट पर तैनात थे।अस्थायी पुल बनाने के बाद बृहस्पतिवार शाम अपने जवानों को नाला पार कराते समय गिर गए और पानी के तेज बहाव में बह गए। चंद्रमोहन सिंह नेगी आईटीबीपी में वो अपनी कर्तव्यनिष्ठा के लिए जाने जाते थे। उन्हें मार्शल आर्ट में दक्षता हासिल थी। उन्होंने काफी समय तक आईटीबीपी अकादमी मसूरी में एक कुशल प्रशिक्षक के रूप में भी कार्य किया।
इस दौरान डोईवाला विधायक बृजभूषण गैरोला, आईटीबीपी के आईजी संजय गुंजियाल, ज़िला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल वीरेन्द्र भट्ट सहित आईटीबीपी, प्रशासन और पुलिस के अधिकारी तथा स्थानीय निवासियो ने अमर शहीद को श्रद्धासुमन अर्पित किए।