कर्नाटक को चावल की आपूर्ति के विषय पर सत्तारूढ़ कांग्रेस और मुख्य विपक्षी भाजपा ने मंगलवार को एक-दूसरे पर निशाना साधा। दोनों ही दलों की ओर से राज्य के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शन भी किया गया। पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई समेत कई भाजपा नेताओं को विरोध प्रदर्शन के दौरान हिरासत में ले लिया गया। भाजपा नेताओं का आरोप है कि सिद्धरमैया सरकार गरीब परिवारों को 10-10 किलोग्राम मुफ्त चावल प्रदान करने में विफल रही है।
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने हुबली में कहा, ’80 करोड़ देशवासियों को हम 5 किलो मुफ्त चावल दे रहे हैं इसलिए बाकी 60 करोड़ लोगों के लिए संतुलन बनाए रखने के लिए हम व्यवस्था कर रहे हैं। यह सिर्फ कर्नाटक के लिए नहीं है, भाजपा शासित राज्यों में जो 5 किलो से चावल दिया जा रहा है उसकी व्यवस्था राज्य सरकार कर रही है। आप (कर्नाटक सरकार) भी व्यवस्था करो और दे दो।’
सीएम सिद्धरमैया ने कहा, ‘FCI ने राज्य को खाद्यान्न आपूर्ति करने पर सहमति जताई थी। 13 जून को उपभोक्ता मंत्रालय ने FCI को खाद्यान्न की आपूर्ति रोकने के लिए पत्र लिखा और 14 जून को FCI ने हमें पत्र लिखा कि वे खाद्यान्न की आपूर्ति नहीं कर सकते, इसका मतलब क्या है? अगर स्टॉक नहीं है तो FCI हमें खाद्यान्न देने के लिए क्यों राजी हुआ, उन्होंने मुझे व्यक्तिगत रूप से कहा है कि उनके पास 7 लाख मीट्रिक टन चावल उपलब्ध है। यह नफरत की राजनीति है।’