श्रीमद् भागवत कथा के निमित्त 17 जून 2024 प्रातः 9:30 बजे एक भव्य दिव्य रचनात्मक कलश यात्रा निकाली गई जो तुलसी मंदिर से होते हुए आनंद चौक तिलक रोड से होते हुए वापस अपने कथा स्थल पर पहुंची और इसके उपरांत आज कथा प्रारंभ हुई 3:00 बजे 6:00 बजे तक प्रसंग में धुंधकारी के रूप के वर्णन में बताया कि जो बच्चों को हम अपने आचरण संस्कार और संस्कृति नहीं दे पा रहे हैं भविष्य में इसके बुरे परिणाम समाज को भोगने होंगे क्योंकि बच्चों का संस्कार ही राष्ट्रीय हित है राष्ट्रोन्नयन है और प्रदेश की उन्नति है इस प्रसंग को सुनते हुए उन्होंने भजनों के माध्यम से कथा व्यास प्रसिद्ध कथावाचक श्री सुभाष जोशी जी ने बताया की कथाएं युवा युवतियों को जिनके अंदर संस्कार के बीच अंकुरित होने वाले हैं वह कथा सुनने आवश्य आएं उनको ज्यादा सुनना चाहिए वृद्धो के लिए तो कथाएं युवा को श्रवण करना चाहिए भागवत के अनेकों प्रसंग से उन्होंने अनेक जीव जंतु और वृक्ष नदी नालियां नदी नाले और गंगा आदि पर्वत वृक्षों पर विशेष जोर देखकर के कहा जीव जंतुओं का संरक्षण और वृक्षों का संवर्धन और समाज को एक नई दिशा देने के लिए यह भी एक तरह की भक्ति है उसे भक्ति के भागवत को समाज के प्रत्येक प्रकृति के प्रसंग के साथ जोड़कर के रोचकदार कथा का प्रसंग हुआ और श्रद्धालुओं करके आनंदित हुए इस दौरान समिति के सुधिर जैन, शशि जैन, आलोक जैन, शिवम गुप्ता, रोशन राणा, रजनी राणा, बालकिशन शर्मा, संजीव गुप्ता,हेमराज अरोड़ा, आयुष जैन, राहुल माटा कृतिका राणा,अनुष्का राणा, गौरव जैन, बालेश गुप्ता, विनय प्रजापति और संस्था के सभी सदस्य उपस्थित रहे