प्रेस विज्ञप्ति
मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्यरत अग्रणी सामाजिक संस्था फोरगिवनेस फाउंडेशन सोसाइटी ने आई टी बी पी के जवानों के लिए आत्महत्या की रोकथाम के लिए विशेष कार्यशाला और प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया। ये कार्यशाला देहरादून स्थित मुख्यालय सीमाद्वार परिसर में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में प्रख्यात मनोवैज्ञानिक डॉ. पवन शर्मा (द साइकेडेलिक) द्वारा जवानों को मानसिक रूप से स्वस्थ और सुदृढ़ रहने के तरीके बताये और सिखाये गये। इन तकनीकों के द्वारा कोई भी व्यक्ति स्वयं को या अपने साथियों को किसी भी नकारात्मक मानसिकता से बाहर निकलने में मदद कर सकता है।
डॉ. पवन शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय सुरक्षा में तैनात हर एक जवान अमूल्य है और इनको कार्यक्षेत्र में कई कड़ी शारीरिक और मानसिक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है ऐसे में कमजोर मानसिकता कई बार निम्न स्तर का प्रदर्शन करने और आत्मघाती कदम उठाने को मजबूर कर देती है। ऐसे में स्वस्थ और कुशल मानसिकता द्वारा इस तरह की चुनौतियों को दूर करके इनका निवारण किया जा सकता है और ऐसी नकारात्मक परिस्थितियों से बचा जा सकता है। स्वस्थ और सकारात्मक मनोदशा किसी भी समस्या के बेहतर समाधान के लिए जरूरी है और इस दशा को बनाये रखना एक बड़ी चुनौती है। ऐसे में मानव मस्तिष्क की कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी और जागरूकता बहुत मददगार सिद्ध होगी। इस वजह से सही प्रशिक्षण और जानकारी उपलब्ध कराने की दिशा में फोरगिवनेस फाउंडेशन सोसाइटी ने यह एक सराहनीय प्रयास किया है।
जवानों ने कार्यशाला में उत्साहपूर्ण प्रतिभाग किया, अपने सवालों के संतोषजनक जवाब पाये और रोचक तरीके से गुर सीखे और आई टी बी पी के आई जी श्री संजय गुंजयाल (आई पी एस) ने संस्था और डॉ. पवन शर्मा को प्रशंसा पत्र देकर धन्यवाद दिया। इस अवसर पर भूमिका भट्ट, डिप्टी कमांडेंट श्रीमती देशरत्न, सह कमांडेंट श्रीमती सुमन यादव, इंस्पेक्टर सुबोध त्यागी और इंस्पेक्टर भीकम सिंह ने भी सहयोग दिया
मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्यरत अग्रणी सामाजिक संस्था फोरगिवनेस फाउंडेशन सोसाइटी ने आई टी बी पी के जवानों के लिए आत्महत्या की रोकथाम के लिए विशेष कार्यशाला और प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया। ये कार्यशाला देहरादून स्थित मुख्यालय सीमाद्वार परिसर में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में प्रख्यात मनोवैज्ञानिक डॉ. पवन शर्मा (द साइकेडेलिक) द्वारा जवानों को मानसिक रूप से स्वस्थ और सुदृढ़ रहने के तरीके बताये और सिखाये गये। इन तकनीकों के द्वारा कोई भी व्यक्ति स्वयं को या अपने साथियों को किसी भी नकारात्मक मानसिकता से बाहर निकलने में मदद कर सकता है। डॉ. पवन शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय सुरक्षा में तैनात हर एक जवान अमूल्य है और इनको कार्यक्षेत्र में कई कड़ी शारीरिक और मानसिक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है ऐसे में कमजोर मानसिकता कई बार निम्न स्तर का प्रदर्शन करने और आत्मघाती कदम उठाने को मजबूर कर देती है।
ऐसे में स्वस्थ और कुशल मानसिकता द्वारा इस तरह की चुनौतियों को दूर करके इनका निवारण किया जा सकता है और ऐसी नकारात्मक परिस्थितियों से बचा जा सकता है। स्वस्थ और सकारात्मक मनोदशा किसी भी समस्या के बेहतर समाधान के लिए जरूरी है और इस दशा को बनाये रखना एक बड़ी चुनौती है। ऐसे में मानव मस्तिष्क की कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी और जागरूकता बहुत मददगार सिद्ध होगी। इस वजह से सही प्रशिक्षण और जानकारी उपलब्ध कराने की दिशा में फोरगिवनेस फाउंडेशन सोसाइटी ने यह एक सराहनीय प्रयास किया है। जवानों ने कार्यशाला में उत्साहपूर्ण प्रतिभाग किया, अपने सवालों के संतोषजनक जवाब पाये और रोचक तरीके से गुर सीखे और आई टी बी पी के आई जी श्री संजय गुंजयाल (आई पी एस) ने संस्था और डॉ. पवन शर्मा को प्रशंसा पत्र देकर धन्यवाद दिया। इस अवसर पर भूमिका भट्ट, डिप्टी कमांडेंट श्रीमती देशरत्न, सह श्री सुमन कमांडेंट यादव, इंस्पेक्टर सुबोध त्यागी और इंस्पेक्टर भीकम सिंह ने भी सहयोग दिया।